Sudhanshu Trivedi : विदेश में राहुल गांधी हमेशा भारत की छवि बिगाड़ते हैं, इसमें कोई आश्चर्य नहीं: सुधांशु त्रिवेदी

सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी को विदेश में भारत विरोधी बयान का दोषी ठहराया
विदेश में राहुल गांधी हमेशा भारत की छवि बिगाड़ते हैं, इसमें कोई आश्चर्य नहीं: सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भारत की छवि को विदेशी मंचों पर खराब करने का आरोप लगाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी धरती पर भारत विरोधी बयान दिया है, जिससे भारत की छवि विदेशों में खराब होती है।

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "बीते 24 से 36 घंटे में देश ने दो प्रकार के दृश्य देखे। एक में विगत 100 वर्षों से देश के लिए निरंतर समर्पित राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक उत्थान के लिए अपना प्रतिपल समर्पित करने वाले विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शताब्दी पूरी हुई। इस अवसर पर पीएम मोदी ने एक ऐसा सिक्का जारी किया, जिसमें संभवत: स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार भारत की किसी मुद्रा पर मां भारती का चित्र दिखा। वहीं दूसरे दृश्य में एक ब्रिटिश ऑफिसर एओ ह्यूम द्वारा स्थापित 140 साल पुरानी पार्टी, जिसके पहले 15 साल में अनेक ब्रिटिश सेक्रेटरी अध्यक्ष रहे और 100 साल से जिस पर एक ही परिवार का वर्चस्व है। ऐसे संगठन के पतन और सत्ता टूटने की बदहवासी में खानदान के बरखुरदार (राहुल गांधी) भारत विरोधी शक्तियों के सरदार बनते प्रतीत हो रहे हैं।"

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी धरती पर भारत विरोधी बयान दिया है। यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी वे कई बार ऐसे ही बयान दे चुके हैं। आपको बता दें 6 मार्च 2023 को लंदन के चैथम हाउस में उन्होंने सवाल किया था कि लोकतंत्र के समर्थक अमेरिका और यूरोप चुप क्यों हैं? इससे बड़ी और क्या बेइज्जती हो सकती है? उन्होंने विदेश की धरती से एक और ऐसा बयान दिया है, जिसमें कुछ भी आश्चर्यजनक नहीं है।"

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी के कोलंबिया में दिए बयान पर कहा, "100 साल तक एक ही परिवार के शासन के बाद, अपनी पार्टी के पतन और सत्ता के नुकसान से घबराकर, उस परिवार का मुखिया, जो अब भारत विरोधी ताकतों का साथी बनता दिख रहा है, ने अपनी आदत के मुताबिक विदेशी धरती से एक और बयान दिया, जो आश्चर्यजनक नहीं है।"

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "सवाल ये उठता है कि राहुल गांधी जब विदेश जाते हैं तो उन्हें ये क्यों नहीं दिखाई पड़ता है कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने दिसंबर 2024 में बकायदा रिसर्च की है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत का डिजिटल ट्रासफॉर्मेशन कैसा हुआ।

स्टैनफोर्ड ने एक अपनी एआई इंडेक्स तैयार की है, जिसमें उसने कहा है कि वैश्विक स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्किल के उपयोग में भारत पहले स्थान पर है और यह एआई के क्षेत्र में सबसे सक्रिय चार देशों में से एक है।"

उन्होंने आगे कहा, "ये बात उसने कही है, जिस स्टैनफोर्ड में जाकर राहुल गांधी भारत के बारे में अपशब्द, अपमानजनक और निरर्थक व्यर्थ की बातें करते हैं।"

 

 

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