नई दिल्ली: हिंदू धर्म में शनिवार को शनि देव की पूजा का बहुत महत्व है। माना जाता है कि शनिदेव हमारे अच्छे-बुरे कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। अगर कोई व्यक्ति अच्छे कर्म करता है, तो शनि उसे आशीर्वाद देते हैं और जीवन में सफलता दिलाते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वालों को शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे में शनिदेव की कृपा पाने के लिए लोग शनिवार को खास उपाय करते हैं और उनमें सबसे असरदार सरसों के तेल का दीपक जलाना माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि प्रसन्न होते हैं। दीपक जलाते समय ध्यान रखें कि आपका मुंह उत्तर दिशा की ओर हो और दीपक जलाने के बाद सीधे घर आएं, पीछे मुड़े बिना। ऐसा करने से शनि देव की कृपा मिलती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे न केवल शनि दोष कम होता है बल्कि अप्रत्याशित परेशानियां भी दूर होती हैं।
सरसों के तेल के उपाय सिर्फ दीपक तक सीमित नहीं हैं। शनिवार के दिन घर में सरसों का तेल लगाने से भी लाभ होता है। घर के मुख्य द्वार पर हल्का सा तेल लगाना, तेल में हल्दी मिलाकर दीपक जलाना, या तेल का दान करना, सभी उपाय शनि की कृपा बढ़ाते हैं। यह उपाय खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनकी कुंडली में शनि दोष या कमजोर शनि की स्थिति हो।
इसके अलावा, शनिवार को मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल डालकर पूजा करना भी बहुत शुभ माना गया है। इस दीपक को पीपल के पेड़ के पास, मंदिर में या अपने घर के पूजा स्थल पर जलाया जा सकता है। जब दीपक जलता है तो वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और व्यक्ति मानसिक रूप से भी हल्का महसूस करता है।
अगर आप शनि दोष या जीवन में लगातार परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाना और पीपल के पेड़ की पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसके अलावा, सरसों के तेल का दान गरीबों या मंदिर में करना भी शनि प्रसन्नता का संकेत माना जाता है। यह उपाय न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ाने में भी मदद करता है।
--आईएएनएस
