Delhi Airport : दिल्ली एयरपोर्ट पर एटीएस सिस्टम में तकनीकी खराबी, यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी

दिल्ली एयरपोर्ट पर एटीसी खराबी से उड़ानों में देरी, यात्रियों को अलर्ट जारी
दिल्ली एयरपोर्ट पर एटीएस सिस्टम में तकनीकी खराबी, यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आईजीआई) पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) सिस्टम में तकनीकी समस्या के कारण उड़ानों में देरी हो रही है। गुरुवार सुबह 8:34 बजे दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से यात्रियों के लिए एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी की गई, जिसमें बताया गया कि एटीसी से जुड़ी दिक्कतों के चलते फ्लाइट ऑपरेशंस प्रभावित हुए हैं।

एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार, एटीसी सिस्टम में आई समस्या को दूर करने के लिए तकनीकी टीम तुरंत सक्रिय हो गई है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) और अन्य संबंधित एजेंसियां मिलकर इस खराबी को जल्द से जल्द ठीक करने की कोशिश कर रही हैं ताकि उड़ान सेवाएं सामान्य हो सकें।

एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि सभी विभाग स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और समस्या का समाधान सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जा रहा है। एडवाइजरी में यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी-अपनी एयरलाइंस से लगातार संपर्क बनाए रखें, क्योंकि उड़ानों के समय में बदलाव हो सकता है।

एयरपोर्ट की ओर से यह भी कहा गया कि असुविधा के लिए वे यात्रियों से खेद प्रकट करते हैं और आशा करते हैं कि समस्या जल्द ही सुलझ जाएगी।

एटीसी सिस्टम में रुकावट आने के बाद टर्मिनल पर यात्रियों की आवाजाही बढ़ गई और कई लोग अपनी उड़ानों के अपडेट के लिए काउंटरों पर पहुंचते दिखे। कुछ यात्रियों ने देरी के कारण अपनी कनेक्टिंग फ्लाइट को लेकर भी चिंता जताई।

जैसे ही सिस्टम सामान्य होगा, उड़ानों का संचालन फिर से सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक अपडेट पर भरोसा करें। साथ ही, लोगों को बार-बार एयरलाइंस की वेबसाइट, मोबाइल ऐप और एसएमएस अलर्ट चेक करने की सलाह दी गई है।

बता दें कि एयरपोर्ट में एटीएस का मतलब एयर ट्रैफिक सर्विस है, जिससे विमानों की सुरक्षित और व्यवस्थित आवाजाही सुनिश्चित होती है। यह उड़ानों के लिए सुरक्षित और कुशल संचालन के साथ हवाई क्षेत्र में यातायात के सुचारू प्रवाह को बनाए रखना भी सुनिश्चित करती है।

--आईएएनएस

 

 

Related posts

Loading...

More from author

Loading...