नई दिल्ली: हर साल सर्वाइकल कैंसर से देश में लगभग 75 हजार महिलाओं की मौत हो रही है। सोमवार को यह जानकारी राज्यसभा में दी गई। इस गंभीर विषय पर जानकारी देते हुए राज्यसभा सांसद सुलता देव ने कहा कि हर साल करीब 1 लाख 25 हजार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की पहचान होती है, इनमें से 75 हजार महिलाओं की मृत्यु हो जाती है।
इस मृत्यु के आंकड़े को रोकने व सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीनेशन का विषय सदन में उठाया। बीजू जनता दल की राज्यसभा सांसद सुलता देव ने सदन को बताया कि सर्वाइकल कैंसर एक बहुत बड़ा विषय है। यह ऐसा है जिससे महिलाएं प्रभावित होती हैं। उन्होंने राज्यसभा सभा में कहा कि सर्वाइकल कैंसर से हर साल देश में 75 हजार महिलाओं की मृत्यु भी हो रही है।
सुलता देव ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन मौजूद है जिससे इस बीमारी को रोका जा सकता है। यह एक विशेष वायरस होता है जिसके कारण सर्वाइकल कैंसर होता है। इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन मौजूद है। वैक्सीन से काफी प्रिवेंशन हो सकता है और ऐसे में सरकार का यह दायित्व है कि वह यह वैक्सीन मुहैया करवाए। वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए सरकार को आगे बढ़कर आना चाहिए।
राज्यसभा को जानकारी देते हुए सुलता देव ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से हमारी माताएं-बहनें बहुत प्रभावित एवं पीड़ित हैं। इससे उनकी मृत्यु भी हो रही है तो ऐसी स्थिति को देखते हुए सरकार को महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन लगानी चाहिए। यह हमारे लिए बहुत जरूरी है कि देश की महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए। नारी का सम्मान तभी सही मायने में हो सकेगा जब उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सकेगा।
उन्होंने राज्यसभा में कहा कि पूरे घर का ध्यान रखते रखते अक्सर महिलाएं अपना ध्यान नहीं रख पाती हैं। ऐसे में सरकार को सर्वाइकल कैंसर के प्रति सजगता बरतते हुए यह वैक्सीन उपलब्ध करानी चाहिए। 9 से 14 साल की लड़कियों को इस वैक्सीन की दो डोज के जरिए सुरक्षित किया जा सकता है। यदि यह वैक्सीनेशन छूट गया है तो 15 से 26 साल की उम्र की लड़कियों को तीन डोज दी जा सकती हैं। वहीं इससे बड़ी उम्र की महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर यह वैक्सीनेशन करवाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं इस देश की आधी आबादी हैं, इस आधी आबादी का ध्यान कौन रखेगा? कैंसर एक भयंकर बीमारी है। कैंसर होने पर उपचार के लिए सारी जमीन जायदाद बिक जाती है। लेकिन सर्वाइकल कैंसर एक अकेली ऐसी कैंसर की बीमारी है जिसके लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध है, तो ऐसी स्थिति में हमें यह वैक्सीन एशियन उपलब्ध करवाना चाहिए। इस रोग से बचाव किया जा सकता है और उपचार से बेहतर है कि बचाव किया जाए। सरकार ने अपने बजट में भी सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीनेशन की बात कही है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि महिलाओं के सुरक्षित जीवन को ध्यान में रखते हुए यह वैक्सीनेशन उपलब्ध कराया जाए।
--आईएएनएस
