PM SVANidhi 5 year Completion: पीएम स्वनिधि से बढ़ रहे स्वरोजगार के अवसर, कोटा की महिला ने बताई अपनी सफलता की कहानी

पीएम स्वनिधि योजना से महिला उद्यमी बनीं सपना प्रजापति, 40 महिलाओं को मिला रोजगार।
पीएम स्वनिधि से बढ़ रहे स्वरोजगार के अवसर, कोटा की महिला ने बताई अपनी सफलता की कहानी

नई दिल्ली: पीएम स्वनिधि योजना को रविवार को पांच वर्ष पूरे हो गए। इस योजना ने देश में बड़े पैमाने पर स्वरोजगार को बढ़ावा दिया है और महिलाओं को खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया है।

आज हम आपको इस योजना का फायदा प्राप्त कर चुकी कोटा की महिला सपना प्रजापति की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं।

'मोदी स्टोरी' नामक सोशल मीडिया अकाउंट से एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में सपना प्रजापति ने बताया कि कैसे पीएम स्वनिधि योजना ने उनके सपने को साकार किया।

उन्होंने कहा कि शुरू से ही मुझे लगता था कि अपनी शिक्षा और ज्ञान का इस्तेमाल करते हुए मुझे कोई रोजगार करना चाहिए, लेकिन कोरोना संकट के कारण पहले जो काम शुरू किया था, वह बंद करना पड़ा। फिर मुझे ऑनलाइन पीएम स्वनिधि योजना के बारे में जानकारी मिली। इस योजना का मैंने फॉर्म भरा और कुछ दिनों बाद लोन अप्रूव हो गया।

प्रजापति ने आगे बताया कि लोन के पैसों से मैंने एक सिलाई मशीन खरीदी। कोरोना काल में मुझे लगा कि 'वोकल फॉर लोकल' के तहत कुछ करना चाहिए।

इसके बाद हमने मास्क के कुछ सैंपल बनाए, जो नगर निगम और कुछ सरकारी विभागों में दिए।

उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद हमें पीपीई किट, मास्क और हॉस्पिटल बेडशीट बनाने का 16 लाख रुपए का ऑर्डर मिला। इस काम को पूरा करने के लिए मैंने करीब 40 स्थानीय महिलाओं को जोड़ा।

प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई चर्चा का उन्होंने जिक्र किया और कहा इससे उनके जीवन पर काफी सकारात्मक असर हुआ है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे उनके बैकग्राउंड के बारे में पूछा और उन्हें (पीएम मोदी) यह जानकारी काफी अच्छी लगी कि मैंने कोरोना काल में मास्क तैयार करने में काफी सारी महिलाओं को रोजगार दिया।

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने 1 जून, 2020 को प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना शुरू की थी। इस योजना का उद्देश्य स्ट्रीट वेंडरों को कोविड-19 महामारी में बुरी तरह प्रभावित हो चुके उनके व्यवसायों को फिर से शुरू करने के लिए बिना किसी गारंटी के कार्यशील पूंजी ऋण की सुविधा प्रदान करना है।

 

 

 

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