मुंबई: एशियाई देशों में कोरोना के फैलने की खबर ने एक बार फिर हड़कंप मचा दिया है और अब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं ने भी एहतियात बरतना शुरू कर दिया है। इस बीच कोरोना संक्रमण ने मुंबई में भी दस्तक दे दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई के केईएम अस्पताल में दो संदिग्ध कोरोना मरीजों की मौत होने की खबर से चिंता बढ़ने लगी है। फ़िलहाल ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि मुंबई में कोरोना संक्रमण का प्रवेश हुआ है? लेकिन आशंकाएं बढ़ रही हैं क्योंकि दोनों मरीजों की मौत से पहले किए गए परीक्षणों से पता चला है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित थे। उधर केईएम अस्पताल ने स्पष्ट किया है कि संदिग्ध कोरोना वायरस रोगियों की मौत उनकी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के कारण हुई है। इस बीच दो मरीजों की मौत के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है। चूँकि दोनों मृतक मरीजों में कोरोना के लक्षण दिख रहे थे, इसलिए उन्हें केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। केईएम अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, दोनों मरीजों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनमें बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई के लक्षण थे। उनके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं, लेकिन उनकी रिपोर्ट अभी तक उपलब्ध नहीं है। दोनों संदिग्ध कोरोना मरीजों को आईसीयू में रखा गया था। उन्हें उचित उपचार मिल रहा था। लेकिन उनकी हालत बिगड़ने के कारण उन्हें बचाना संभव नहीं हो पाया। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मृतकों में 58 वर्षीय महिला की मौत कैंसर से और 13 वर्षीय लड़की की मौत किडनी की बीमारी से हुई है। वहीं मुंबई महानगरपालिका ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। मरीजों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा, नागरिकों से मास्क का उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथ धोने जैसे कदम उठाने का आग्रह किया गया है। प्रशासन ने नागरिकों को बिना घबराये सावधानी बरतने की सलाह दी है।
* पूर्व महापौर के बयान से भ्रम की स्थिति
उधर मुंबई की पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर के इस बयान से कि दोनों मरीजों की मौत कोरोना वायरस से हुई है, भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है और केईएम अस्पताल में दोनों मरीजों की मौत के वास्तविक कारण को लेकर भय का माहौल पैदा हो गया है।
* एशियाई देशों में बढ़ा कोरोना का आतंक
एशियाई देशों में कोरोना का खौफ अचानक बढ़ गया है। हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, मई के पहले सप्ताह में सिंगापुर में कोरोना मरीजों की संख्या में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई।