माइक्रोसॉफ्ट भारत में कोपाइलेट इंटरैक्शन के लिए इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग करवा रहा उपलब्ध

माइक्रोसॉफ्ट भारत में कोपाइलेट इंटरैक्शन के लिए इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग करवा रहा उपलब्ध

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को घोषणा की कि कंपनी दुनिया भर के 15 देशों में कस्टमर्स के माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट इंटरैक्शन के लिए इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग उपलब्ध करवा रही है।

कंपनी का कहना है कि इस वर्ष के आखिर तक माइक्रोसॉफ्ट चार देशों में कस्टमर्स को माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट इंटरैक्शन को देश के अंदर ही प्रोसेस करने का ऑप्शन देगा। इन चार देशों में भारत के अलावा, ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम और जापान का नाम शामिल है।

माइक्रोसॉफ्ट ने आगे जानकारी देते हुए कहा है कि अगले वर्ष 2026 में इस सुविधा को कनाडा, जर्मनी, इटली, मलेशिया, पोलैंड, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित ग्यारह और देशों के लिए पेश किया जाएगा।

कंपनी का कहना है कि यह सुविधा ग्राहकों को खासकर सरकारी और अधिक रेगुलेटेड इंडस्ट्रीज में काम करने वालों को सिक्योरिटी और रेगुलेटरी कम्प्लायंस के लिए एक अतिरिक्त विकल्प के साथ माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट एक्सेस करने में मदद करेगी। इन-कंट्री प्रोसेसिंग के साथ कोपाइलेट इंटरैक्शन नॉर्मल ऑपरेशन के तहत, देश की सीमाओं के अंदर मौजूद डेटा सेंटर्स में प्रोसेस होते हैं, जिससे ग्राहकों को उनके डेटा पर अधिक कंट्रोल मिलता है।

इसके अलावा, इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग लेटेंसी को कम कर परफॉर्मेंस को भी बेहतर बना सकती है, जिससे कोपाइलेट को लेकर ग्राहकों का अनुभव पहले से अधिक रिस्पॉन्सिव होता है।

कंपनी का कहना है कि 15 देशों में माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट इंटरैक्शन के लिए इन-कंट्री डेटा प्रोसेसिंग जोड़ने के साथ माइक्रोसॉफ्ट अपने ग्राहकों को एआई डेटा प्रोसेसिंग और रेजिडेंसी दोनों की लोकेशन चुनने का ऑप्शन दे सकता है, जिसके साथ माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट को बड़े पैमाने पर अपनाने और डिप्लॉयमेंट में मदद मिलेगी।

माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, ग्राहकों के डेटा को लेकर उन्हीं का कंट्रोल होना चाहिए, चाहे वे कहीं से भी काम करें। लोकल रेजिडेंसी से लेकर माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपाइलेट के लिए इन-कंट्री प्रोसेसिंग तक कंपनी सॉवरेनिटी और इनोवेशन एक साथ चलने वाली दुनिया का निर्माण कर रहा है।

--आईएएनएस

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