हैदराबाद: तेलंगाना में ग्राम पंचायत चुनावों के दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है। मतदान सुबह 7 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुआ और दोपहर 1 बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती दोपहर 2 बजे से शुरू होगी।
दूसरे चरण का चुनाव 193 मंडलों में 3,911 सरपंच पदों और 29,917 वार्ड सदस्य पदों के लिए हो रहा है। इसमें 57.22 लाख से ज्यादा मतदाता (29.26 लाख महिला और 27.96 लाख पुरुष) 12,782 सरपंच पदों और 71,071 वार्ड सदस्य पदों के उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।
चुनावों के दूसरे चरण के तहत, राज्य चुनाव आयोग ने 4,333 सरपंच पदों और 38,350 वार्ड सदस्य पदों के लिए अधिसूचना जारी की थी। इनमें से 415 सरपंच और 8,307 वार्ड सदस्यों के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए। 108 वार्ड सदस्य पदों के लिए कोई नामांकन दाखिल नहीं किया गया।
दो ग्राम पंचायतों और 18 वार्डों में चुनाव नहीं हो रहे हैं। बाकी सरपंच और वार्ड सदस्य पदों के लिए मतदान हो रही है।
राज्य चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के चुनाव कराने के लिए 4,593 रिटर्निंग ऑफिसर और 30,661 कर्मचारियों को तैनात किया है। चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए कुल 2,489 माइक्रो-ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने 40,626 बैलेट पेपर का इस्तेमाल कर रहा है और उसने 3,769 संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की है।
वोटिंग के बाद, चुने हुए वार्ड सदस्य उप (डिप्टी) सरपंच चुनने के लिए मिलेंगे।
बता दें कि पहले चरण का चुनाव 11 दिसंबर को हुआ था और 3,834 सरपंच, 27,346 वार्ड सदस्य और 3,347 उप सरपंच चुने गए थे। जबकि 56,19,430 रजिस्टर्ड वोटर थे, 45,15,141 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जिससे 84.28 प्रतिशत मतदान हुआ था। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने पहले चरण में सरपंच चुनावों में 2,864 कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की जीत के साथ बड़ी बढ़त का दावा किया है। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने कुल 4,235 सरपंच सीटों में से 67.63 प्रतिशत सीटें जीतीं। बीआरएस समर्थित उम्मीदवारों ने 1,143 सीटें (26.99 प्रतिशत), भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने 185 सीटें (4.37 प्रतिशत) जीतीं, जबकि निर्दलीय और अन्य को 43 सीटें (1.02 प्रतिशत) मिलीं।
पिछले महीने राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, 12,728 सरपंच पदों और 1,12,242 वार्ड सदस्य पदों के लिए पंचायत चुनाव 11, 14 और 17 दिसंबर को तीन चरणों में होंगे।
इन चुनावों में ग्रामीण इलाकों में कुल 1.66 करोड़ मतदाता वोट डालने के योग्य हैं।
तेलंगाना कैबिनेट ने पिछले महीने दिसंबर में सिर्फ ग्राम पंचायत चुनाव कराने का फैसला किया था, क्योंकि केंद्र से मिलने वाला 3,000 करोड़ रुपए का अनुदान 31 मार्च, 2026 तक खत्म हो जाएगा।
मंडल परिषद क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों, जिला परिषद क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों और नगर निगमों के चुनाव पिछड़े वर्गों के लिए 42 प्रतिशत आरक्षण पर हाई कोर्ट के अंतिम आदेश के बाद होंगे।
--आईएएनएस
