Rahul Gandhi Dashrath Manjhi Tribute: बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के संघर्ष को बताया प्रेरणा

राहुल गांधी ने मांझी को याद कर वोटर अधिकार यात्रा शुरू की
बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के संघर्ष को बताया प्रेरणा

नई दिल्ली:  लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार में यात्रा शुरू करने से पहले माउंटेन मैन दशरथ मांझी को याद किया है। राहुल गांधी ने रविवार को माउंटेन मैन दशरथ मांझी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका संघर्ष हमें याद दिलाता है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा है, "माउंटेन मैन दशरथ मांझी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका संघर्ष हमें याद दिलाता है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। जो ठान लिया उसे पूरा करने की उनकी जिद और जज्बा हम सबको हमेशा प्रेरित करता रहेगा।"

 

राहुल गांधी के उन्हीं शब्दों को राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दोहराया है। उन्होंने राहुल गांधी की पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए दशरथ मांझी को श्रद्धांजलि दी।

 

बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने भी दशरथ मांझी को याद किया है। उन्होंने लिखा, "माउंटेन मैन दशरथ मांझी को पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन और श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। अपने अटूट संकल्प, अथक परिश्रम और अजेय साहस से मांझी ने वह कार्य संभव कर दिखाया, जिसे असंभव माना जाता था। अकेले दम पर उन्होंने विशाल पर्वत का सीना चीरकर इंसानियत के लिए राह बनाई। यह संदेश दिया कि जब इरादे लौहे जैसे हों, तो कोई भी बाधा टिक नहीं सकती। उनका जीवन हम सबके लिए संघर्ष और समर्पण की जीवंत मिसाल है।"

 

उन्होंने आगे लिखा, "रविवार को, राहुल गांधी के नेतृत्व में जब हम 'वोटर अधिकार यात्रा' के माध्यम से बिहार के 8 करोड़ मतदाताओं के हक की लड़ाई लड़ने निकल रहे हैं, तो मैं मांझी जी के चरणों में शीश नवाकर संकल्प लेता हूं कि इस संघर्ष को अंत तक पहुंचाऊंगा। जिस प्रकार मांझी ने पत्थरों के पहाड़ को काटकर राह बनाई थी, उसी प्रकार हम कांग्रेसजन तानाशाही के अहंकार को तोड़कर लोकतंत्र की सच्ची राह बनाएंगे। यह लड़ाई कठिन अवश्य है, पर सत्य और साहस के आगे बड़े से बड़े पहाड़ को भी झुकना पड़ता है।"

 

राजेश राम ने अंत में लिखा, "महानायक मांझी की पुण्यतिथि पर मैं अपने सभी बिहारवासी- दलित, पिछड़े, आदिवासी, वंचित, महिला, अल्पसंख्यक और युवा साथियों को विश्वास दिलाता हूं कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी आपके हक और अधिकार की रक्षा के लिए अंतिम सांस तक संघर्षरत रहेगी और आपके अधिकारों को पुनः स्थापित कर नया इतिहास रचेगी।"

 

गौरतलब है कि राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' की शुरुआत करेंगे। 16 दिन की यह यात्रा लगभग 20 जिलों से होकर गुजरेगी और 1,300 का पूरा सफर होगा। एक सितंबर को पटना में बड़ी रैली के साथ यात्रा का समापन होगा।

 

 

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