Parliament Winter Session : केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे का विपक्ष पर निशाना, भारत कोई धर्मशाला नहीं है जो आएगा रह जाएगा

शीतकालीन सत्र में एसआईआर विवाद पर विपक्ष-सरकार आमने-सामने
केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे का विपक्ष पर निशाना, भारत कोई धर्मशाला नहीं है जो आएगा रह जाएगा

नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इस दौरान विपक्ष मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चर्चा चाहती है। इस बीच केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।

सतीश चंद्र दुबे ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "बिहार चुनाव में हार के बाद विपक्ष मातम मना रहा है और सदन में हल्ला करके देश के विकास को रोकना चाहता है। वह लोगों को भ्रमित करना चाहता है।"

पश्चिम बंगाल में एसआईआर को लेकर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है। उन्हें जो ठीक लग रहा है, वह कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि किसी को यह प्रमाण देने में क्या दिक्कत है कि वह कहां का निवासी है? जो जहां का निवासी है, उसका प्रमाण दे। देश में बहुत से लोग अवैध तरीके से आए हुए हैं। आए दिन जिसके पास से दस्तावेज नहीं मिल रहा है, वह देश से बाहर हो रहा है।"

उन्होंने कहा, "अवैध लोगों को वोट देने का कैसे अधिकार होगा? आज वो वोट देंगे, कल हमारी संस्कृति-संस्कार और रहन-सहन पर चोट करेंगे। मेरे देश के नागरिक का हक, अनाज और जमीन छीनेंगे। भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि जो आएगा रह जाएगा। भारत में जो जन्मा है, जिसकी कर्मभूमि है, वही रहेगा।"

सतीश चंद्र दुबे ने नेशनल हेराल्ड केस में एफआईआर दर्ज होने के बाद कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि बिहार में उन्हें छह सीटें मिलीं। ऐसे में उन्हें किस बात का डर है? कांग्रेस पार्टी ने गलत किया है और गलत का नतीजा हमेशा गलत होता है।

शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें 15 बैठकें होंगी। सरकार इस सत्र में 13 बिल पेश करने के लिए तैयार है, जिनमें बड़े आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विधेयक शामिल हैं।

--आईएएनएस

 

 

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