नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। इस संभावित दौरे को भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर बेहद अहम माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक अराघची 8 मई को नई दिल्ली पहुंच सकते हैं, हालांकि इस दौरे की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है।
नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अराघची की विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक प्रस्तावित है। इसमें पहलगाम हमले के अलावा क्षेत्रीय सुरक्षा, आपसी सहयोग और पश्चिम एशिया के घटनाक्रमों पर चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तान 22 अप्रैल से लगातार सीजफायर उल्लंघन करते हुए एलओसी पर गोलीबारी कर रहा है, जिसका भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। वहीं दोनों देशों ने एक-दूसरे के एयरस्पेस के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, साथ ही सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
हमले के कुछ ही दिन बाद ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर हमले की कड़ी निंदा की थी और इसे “अमानवीय कृत्य” बताया था। उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया था।
अराघची की यह प्रस्तावित यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ईरान और अमेरिका के बीच भी बातचीत की तैयारियां चल रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान भारत और पाकिस्तान के बीच शांति कायम करने के लिए एक मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। वर्तमान हालात को देखते हुए यह दौरा न केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।