नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर उन्हें भारत माता का साहसी पुत्र बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में लिखा कि कांग्रेस के अनेक आंदोलनों में सक्रिय भाग लेकर अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों के खिलाफ निर्भीकतापूर्वक लिखने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी जी कई बार जेल गए। सन् 1930 में वे प्रांतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। मजहबी दंगों के समय उन्होंने दोनों समुदायों के लोगों की जान बचाने का प्रयास किया, परंतु दुर्भाग्यवश स्वयं भीड़ की हिंसा का शिकार हो गए। यह घटना इस बात की गवाही देती है कि आपसी नफरत और हिंसा से समाज कितना बड़ा नुकसान झेलता है। भारत माता के ऐसे साहसी पुत्र की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पोस्ट में लिखा कि कर्म, लेखनी और विचारों की पवित्र त्रिवेणी, महान स्वतंत्रता सेनानी, भारतीय पत्रकारिता के पुरोधा, श्रद्धेय गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर कोटिशः नमन करता हूं। आपकी कलम से निकले जीवंत शब्दों और विचारों के तेजस्वी प्रकाश में राष्ट्र एवं समाज उत्थान के पुण्य विचार सदैव पुष्पित व पल्लवित होते रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने एक्स पोस्ट में लिखा कि महान स्वतंत्रता सेनानी, निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकारिता के अतुल्य प्रतिमान और उत्कृष्ट समाजसेवी गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर उन्हें नमन अर्पण करता हूं। आपके ओजस्वी विचार व आदर्श जीवन सदैव युवाओं को राष्ट्र के नवनिर्माण और समाज की सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा कि महान स्वतंत्रता सेनानी, निर्भीक पत्रकार और समाजसेवी गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! अपने विचार और कलम की शक्ति के साथ सत्य, न्याय और समता के लिए सदैव संघर्षरत रहे विद्यार्थी जी का जीवन हम सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा कि अपनी निर्भीक लेखनी एवं प्रखर विचारों से राष्ट्र चेतना को जागृत करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी व पत्रकारिता के पुरोधा श्रद्धेय गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूं। आपका निडर व्यक्तित्व, अटूट राष्ट्रभक्ति और जनसेवा के प्रति समर्पण सदैव देशवासियों को कर्तव्यनिष्ठा और साहस की प्रेरणा देता रहेगा।
