नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। मंगलवार को सत्र का दूसरा दिन है। विपक्षी सांसद सरकार पर मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा से भागने का आरोप लगा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष के एजेंडे में सिर्फ अपना स्वार्थ पूरा करना है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अभिनय करने वालों को एक बहाना चाहिए। अभी बिहार चुनाव संपन्न हुआ है और विपक्ष को एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। जिन मुद्दों को लेकर विपक्ष संसद का सत्र नहीं चलने दे रहे हैं, उन मुद्दों को उन्होंने पिछले दिनों भी उठाया था। प्रजातंत्र में जनमत सर्वोपरि है। सिर्फ अपना स्वार्थ पूरा करना उनके एजेंडा में है। संसद में चर्चा को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। हर प्रकार की चर्चा की जा सकती है। विपक्ष को देश में गतिरोध और लोगों को भ्रमित करने के लिए सिर्फ एक बहाना चाहिए।"
धर्मेंद्र प्रधान ने तंज कसते हुए कहा, "न खाता न बही, जो गांधी परिवार कहे वह सही। विपक्ष की बहुत बड़ी मजबूरी है कि इस प्रकार के दिवालिया नेतृत्व को स्वीकार करे। वे अंतर्विरोध से घिरी दुनिया में रहते हैं। मेरी उनसे अपील है कि वे नियम-कानून के तहत चर्चा में आएं। अगर उनके अंदर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो बिहार के जनादेश का सम्मान करें।"
उन्होंने कहा, "नीति के ऊपर चर्चा करनी चाहिए। किसी भी विषय पर आलोचना करें, उसके लिए सरकार तैयार है, लेकिन आप मूल मुद्दे पर चर्चा नहीं बल्कि हंगामा खड़ा करना चाहते हो। सिर्फ अराजकता खड़ा करना चाहते हो। हर चुनाव में वोट करके जनता ने प्रजातंत्र के प्रति अपनी आस्था जगाई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी और समूचा विपक्ष आज भ्रमित है और दिवालियापन की कगार पर खड़ा है। विपक्ष प्रदूषण को लेकर चर्चा करना चाहता है, तो सरकार उसके लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा नहीं सिर्फ नकारात्मकता फैलाना चाह रहा है।"
--आईएएनएस
