पुणे: बॉम्बे हाईकोर्ट ने कृषि विभाग घोटाले मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे को क्लीनचिट दे दी। इस पर उपमुख्यमंत्री एवं एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी।
धनंजय मुंडे को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "आपने अखबार में पढ़ा होगा कि उन पर कृषि विभाग से संबंधित आरोप लगे थे। उसमें उन्हें न्यायालय से क्लीन चिट मिल गई, लेकिन उनकी जो बदनामी होनी थी, वह हो गई। आप लोगों ने भी अखबारों, प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ये खबरें दी थीं। बड़े स्तर पर यह खबरें प्रसारित हुईं। इसके संदर्भ में एक और मामला है, जिसमें पुलिस अपनी प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई कर रही है। जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती, तब तक उन्हें मानसिक पीड़ा सहनी पड़ रही है, और ऐसी तकलीफ की कभी भरपाई नहीं होती।"
उन्होंने कहा, "जहां तक कृषि विभाग से संबंधित आरोप हैं, मैं नहीं, बल्कि न्यायालय ने कहा है कि वे आरोप झूठे थे। जिन्होंने झूठे आरोप लगाए, उन्हें भी एक लाख रुपए जुर्माना भरना पड़ा है। हमारे यहां न्याय व्यवस्था सर्वोच्च है, और यह निर्णय उसी न्यायालय का है।
मुंडे को दोबारा मंत्री बनाए जाने के सवाल पर पवार ने कहा, "एक और मामले (सरपंच हत्याकांड) में हम जानकारी ले रहे हैं, उस मामले की न्यायिक जांच चल रही है। जब वह जांच पूरी हो जाएगी और अगर उसमें यह साफ हो जाता है कि उनका कोई संबंध नहीं है, तो हम उन्हें दोबारा अवसर देंगे।"
पुणे में गाड़ियों की तोड़फोड़ को लेकर उन्होंने कहा, "मैंने सुबह पहुंचते ही पुलिस कमिश्नर से बात की। अगर कुछ लोग समाज में डर पैदा करने के लिए, अपनी दहशत दिखाने के लिए गुंडागर्दी करते हैं और गाड़ियों की तोड़फोड़ करते हैं, तो ये सब कई जगह लगे कैमरे में कैद हो चुका है। उन लोगों को पकड़ो, ताकि एक सख्त संदेश जाए कि कोई भी इस तरह की हिम्मत न करे।"