नई दिल्ली: कांग्रेस ने शुक्रवार को अपनी दिल्ली इकाई में एक बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया, जिसमें छह नए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। साथ ही, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आगामी उपचुनावों के लिए सीनियर ऑब्जर्वर और वार्ड इंचार्ज भी नियुक्त किए गए।
एआईसीसी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी एक रिलीज के अनुसार, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नियुक्तियों को तुरंत प्रभाव से मंजूरी दी है।
कांग्रेस की दिल्ली यूनिट के नए अपॉइंट किए गए डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट्स में महेंद्र भास्कर (करोल बाग), मोहम्मद उस्मान (चांदनी चौक), राजेश यादव (नजफगढ़), सुमित शर्मा (कृष्णा नगर), वीरेंद्र शर्मा (महरौली) और मोहिंदर मंगला (नई दिल्ली) शामिल हैं।
पॉलिटिकल एनालिस्ट्स का मानना है कि ये नई नियुक्तियां अहम एमसीडी उपचुनाव से पहले देश की राजधानी में पुरानी पार्टी की जिला-स्तर की लीडरशिप को मजबूत करने के मकसद से की गई हैं।
रिलीज में दिल्ली के 12 वार्डों के लिए सीनियर ऑब्जर्वर और वार्ड इंचार्ज की नियुक्ति का भी जिक्र किया गया, जो आने वाले लोकल चुनावों के लिए पार्टी के स्ट्रक्चर्ड तरीके को दिखाता है।
चांदनी चौक वार्ड के लिए राजेश लिलोठिया को सीनियर ऑब्जर्वर और शरणजीत शर्मा को वार्ड इंचार्ज बनाया गया है, जबकि हारून यूसुफ और जगजीवन शर्मा चांदनी महल का काम देखेंगे।
हरि शंकर गुप्ता और सतेंद्र शर्मा शालीमार बाग-बी, तो वहीं सीपी मित्तल और प्रवीण भुगरा अशोक विहार में जिम्मेदारी संभालेंगे।
पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में अनिल चौधरी को सीनियर ऑब्जर्वर और मुजीब रहमान को वार्ड इंचार्ज बनाया गया है। विजय लोचाव और चरणजीत राय नारायणा का काम देखेंगे, जबकि अभिषेक दत्त और नीतू वर्मा सोनी ग्रेटर कैलाश (नंबर 173) का काम संभालेंगे।
इस सूची में मुंडका के लिए जग प्रवेश और गोपाल ठाकुर, द्वारका-बी के लिए कमल कांत शर्मा और राजेश यादव, तथा दीचाऊ कलां के लिए कृष्णा तीरथ और जेपी पंवार भी शामिल हैं। इसी तरह, दक्षिण दिल्ली के वार्डों के लिए, संगम विहार-ए की देखरेख हसन अहमद और चंद्रकांत गिरी करेंगे, जबकि दक्षिण पुरी का दायित्व जितेंद्र कोचर और जय प्रकाश को सौंपा गया है।
ये नियुक्तियां पार्टी की ओर से दिल्ली में अपनी जमीनी उपस्थिति को पुनर्जीवित करने के प्रयास के तहत की गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, नई संगठनात्मक संरचना से जिला इकाइयों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बीच आगामी उप-चुनावों के दौरान समन्वय को सुव्यवस्थित करने की उम्मीद है।
