नई दिल्ली: बॉडी को हेल्दी रखने के लिए शरीर को पर्याप्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती हैं, जो कि शरीर को हेल्दी डाइट से मिलते हैं। मौजूदा दौर में लोगों की डाइट दिनों दिन खराब होती जा रही है। लोग खाने के नाम पर कुछ भी ऐसा खाकर पेट भर लेते हैं जिसमें पोषक तत्व न के बराबर होते हैं बस उनकी जीभ को स्वाद मिलता है। जंक, मसालेदार और ऑयली फूड का सेवन करने से न सिर्फ वजन बढ़ता है बल्कि बॉडी में कई तरह की परेशानियां भी होने लगती है।
आजकल दुनियाभर में और खासतौर पर शहरी क्षेत्रों में लोगों में पोषक तत्वों की कमी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बॉडी में पोषक तत्वों की कमी होने पर जो बीमारियां लोगों को ज्यादा हो रही हैं, उसमें एनीमिया, विटामिन डी की कमी, विटामिन बी 12 की कमी, कैल्शियम की कमी, आयोडीन की कमी और विटामिन ई और ए की कमी ज्यादा होती है। बॉडी में इन विटामिन की कमी होने पर अक्सर लोग इसकी पूर्ति के लिए सप्लीमेंट का सेवन करते हैं। लेकिन आप जानते हैं कि बॉडी को हेल्दी रखने वाले पोषक तत्वों को सप्लीमेंट के रूप में लंबे समय तक लेने से ये बॉडी पर साइलेंट किलर की तरह काम करते हैं। इनका लंबे समय तक सेवन किडनी की सेहत पर सबसे पहले असर पड़ता है।
विटामिन सी बॉडी के लिए जरूरी विटामिन है, जो इम्यूनिटी को बेहतर करता है और बॉडी में कोलेजन उत्पादन के लिए जरूरी है। रोजाना 2,000 मिलीग्राम से अधिक विटामिन सी का सेवन किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। इस विटामिन का ज्यादा सेवन करने से ऑक्सालेट क्रिस्टल का निर्माण हो सकता है। ये क्रिस्टल किडनी में जमा हो सकते हैं और किडनी स्टोन का कारण बन सकते हैं। पहले से मौजूद किडनी की समस्याओं वाले लोगों के लिए खास तौर पर ये खतरनाक है। एक अध्ययन में सामने आया हैं कि एस्कॉर्बिक एसिड की खुराक पुरुषों में किडनी स्टोन की घटनाओं से जुड़ी हुई है। शोध में सामने आया हैं कि ज्यादा मात्रा में इस सप्लीमेंट का सेवन पुरुषों में किडनी स्टोन के जोखिम को 2 गुना बढ़ा देता है।
विटामिन डी का ज्यादा सेवन भी जहर है
विटामिन डी जो हड्डियों की हेल्थ के लिए जरूरी पोषक तत्व है। इसका अत्यधिक सेवन ब्लड में कैल्शियम के निर्माण (हाइपरकैल्सीमिया) का कारण बन सकता है। कैल्शियम के बढ़े हुए स्तर से किडनी में कैल्सीफिकेशन हो सकता है। यह ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है और काम को बाधित कर सकता है। जिम जाने वाले और फिटनेस के शौकीन लोग अक्सर मांसपेशियों के निर्माण और एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए क्रिएटिन सप्लीमेंट का सेवन करते हैं। इस सप्लीमेंट का ज़्यादा मात्रा में सेवन करने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है। यह क्रिएटिनिन को बढ़ाता है, जो एक अपशिष्ट उत्पाद है जो किडनी को खराब कर सकता है।
वहीं अधिक मात्रा में प्रोटीन पाउडर किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रोटीन सप्लीमेंट एक दोधारी तलवार की तरह बॉडी में काम करता है। यह जहां लोगों को फायदा पहुंचाता है, वहीं बॉडी पर तनाव भी बढ़ाता है। प्रोटीन सप्लीमेंट फिटनेस के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक मुख्य चीज है लेकिन इसका अत्यधिक सेवन करने से किडनी पर अधिक बोझ पड़ सकता है।
इसतरह हर्बल सप्लीमेंट्स हमेशा उन व्यक्तियों द्वारा पसंद किए जाते हैं जो सप्लीमेंट्स के नेचुरल सॉर्स को पसंद करते हैं। जैसे सप्लीमेंट्स जो वजन घटाने या डिटॉक्स उत्पादों में पाए जाते हैं उनका सेवन किडनी के लिए टॉक्सिक हो सकता हैं। नेशनल किडनी फाउंडेशन हर्बल सप्लीमेंट्स को दूर रखने की सलाह देता है, खासकर अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई परेशानी है।