पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भारतीय पेटेंट कराने में गुरुकुल ने सफलता प्राप्त की

 पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भारतीय पेटेंट कराने में गुरुकुल ने सफलता प्राप्त की

हरिद्वार (दैनिक हाक): गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए भारतीय पेटेंट कराने में सफलता प्राप्त की है। इस बारे में जानकारी देते हुए खोजकर्ता डा0 राकेश भूटियानी, असिस्टेंट प्रोफेसर, जन्तु एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग ने बताया कि उनके निर्देशन में कार्यरत शोध छात्र फहीम अहमद द्वारा हरिद्वार क्षेत्र के आस-पास विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल सहित विभिन्न औद्योगिक इकाईयों से निकासी प्रदूषित जल व अन्य कैमिकलों से होने वाले नुकसान से क्षेत्र को बचाने के लिए प्रदूषित जल व कैमिकलों का निस्तारण किए जाने हेतु बनाए गई डिवाइस को अपने मानकों पर पूर्ण पाते हुए भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा इसके उपयोग के लिए सर्व अधिकार सुरक्षित करते हुए 20 वर्षो हेतु गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय को अधिकार प्रदान किए है, जिसके चलते भारत ही नहीं अपितु अन्य देशों में भी इस डिवाइस की उपयोगिता का लाभ उठाने के लिए इसका प्रयोग करने वाले सभी अनुसंधान केन्द्रों को गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय से सहमति लेनी अनिवार्य होगी।

डॉ0 राकेश भूटियानी व शोध छात्र को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि पेंटेट के क्षेत्र में इस उपलब्धि को शोध छात्र व शोध निर्देशक ने विश्वविद्यालय के नाम पर पेटेंट करा एक नई पहल की शुरूआत कर एक आदर्श प्रस्तुत किया है, जिसके चलते उच्च शिक्षा के क्षेत्र में समय-समय पर विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने आने वाली समितियों के सामने विश्वविद्यालय अपनी गौरवपूर्ण उपलब्धि से अवगत करा विश्वविद्यालय द्वारा अनुसंधान व शोध के क्षेत्र में किए जा रही प्रगति कार्यो का लेखा प्रस्तुत करेगा।

विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ0 सुनील कुमार व आई.पी.आर. सैल के समन्वयक प्रो0 सत्येन्द्र राजपूत ने अनुसंधान के क्षेत्र में इस उपलब्धि को महत्वपूर्ण बताते हुए अन्य शोध छात्रों व प्राध्यापकों से आह्वान किया कि वह भी अनुसंधान के क्षेत्र में आगे आकर अपने द्वारा किए जा रहे शोध कार्यो को पेटेंट कराने के लिए आगे आए विश्वविद्यालय प्रशासन इस कार्य में हर कदम पर उनके साथ खड़ा है।

 वित्ताधिकारी प्रो0 वी0के0 सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि के लिए डा0 भूटियानी व शोध छात्र फहीम अहमद साधुवाद के पात्र है जिन्होंने दिन-रात परिश्रम कर अपने जीवन की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को विश्वविद्यालय को समर्पित कर अन्य शोध छात्रों व निर्देशकों के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया हडॉ0 राकेश भूटियानी ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री व कुल सचिव डॉ0 सुनील कुमार सहित सभी सर्वोच्च अधिकारियों के उचित मार्गदर्शन व प्रोत्साहन के चलते ही विश्वविद्यालय द्वारा शोध के क्षेत्र में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विभिन्न शोध छात्रों में प्रतिभा की विलक्षण प्रतिभाएं सम्मिलित है, जिन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अनुसंधान के क्षेत्र में आगे लाने के लिए महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैअनुसंधान के क्षेत्र में मिली इस उपलब्धि को अनुसंधान के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की बड़ी व महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों एवं अनुसंधान क्षेत्र के विभिन्न वैज्ञानिकों व शिक्षाविदों ने शोध छात्र फहीम अहमद व उनके निर्देशक डॉ0 राकेश भूटियानी को बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की।

Related posts

Loading...

More from author

Loading...