Mahalakshmi Iyer Biography : भारतीय संगीत की मधुर आवाज, जो दिलों को छू लेती है

‘ए अजनबी’ से स्टार बनीं महालक्ष्मी अय्यर: बॉलीवुड से दक्षिण सिनेमा तक गूंजती आवाज की कहानी।
महालक्ष्मी अय्यर : भारतीय संगीत की मधुर आवाज, जो दिलों को छू लेती है

मुंबई: भारतीय संगीत जगत की उन चुनिंदा गायिकाओं में से एक हैं महालक्ष्मी अय्यर, जिनकी आवाज न केवल बॉलीवुड के गीतों को अमर बनाती है, बल्कि दक्षिण भारतीय सिनेमा से लेकर क्षेत्रीय भाषाओं तक फैली हुई है।

1976 में मुंबई में जन्मीं यह गायिका संगीत की विरासत को संजोए हुए हैं। उनकी मां एक प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका थीं, जिन्होंने महालक्ष्मी को छोटी उम्र से ही राग-रंग की बारीकियां सिखाईं। तीन बहनों के साथ बड़ा होते हुए महालक्ष्मी ने घर के माहौल को ही अपना पहला गुरुकुल बना लिया। मुंबई के ही एक प्रतिष्ठित कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद भी उनका मन संगीत की दुनिया में ही रमा रहा। जीवन के करीब पांच दशक बिता लेने के बाद आज भी उनकी आवाज उतनी ही ताजगी भरी है, जितनी दो दशकों पहले थी।

महालक्ष्मी अय्यर का संगीत का सफर 1997 में हिंदी फिल्म 'दस' से शुरू हुआ, जहां उन्होंने संगीतकार तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय के साथ 'ट्राओ' गाने में अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई। असली पहचान मिली 1998 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिल से' से। मणि रत्नम के निर्देशन में एआर रहमान के संगीत से सजी 'ए अजनबी' गाने ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। शाहरुख खान और मनीषा कोइराला की जोड़ी पर फिल्माया गया यह गीत आज भी युवाओं का पसंदीदा है।

महालक्ष्मी की मुलायम और भावपूर्ण आवाज ने रहमान साहब का दिल जीत लिया, और उसके बाद वे उनकी पसंदीदा गायिकाओं की सूची में शुमार हो गईं। 'दिल से' के बाद 'अलग' और 'बॉम्बे' फिल्म के गाने उनकी सूची में जुड़ते चले गए।

उनका दक्षिण भारतीय सिनेमा में योगदान भी कमाल का है। तमिल फिल्मों में उन्होंने 'कन्नथिल मुत्तमित्ताल' (अल्बम) का टाइटल ट्रैक गाया, जो रहमान के साथ उनका एक और यादगार सहयोग था। तेलुगु में 'बाहुबली' सीरीज के कुछ ट्रैक्स और कन्नड़ फिल्मों जैसे 'मुक्काला' में उनकी आवाज ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मराठी, गुजराती, बंगाली, ओडिया और असमिया जैसी भाषाओं में भी उन्होंने 300 से अधिक गाने गाए हैं। गुजराती और बंगाली में गाए उनके गीत उनकी बहुमुखी प्रतिभा के प्रमाण हैं। उन्हें बॉलीवुड में 'कभी खुशी कभी गम' और 'मैं हूं ना' के गाने ने भी खूब प्रसिद्धि दिलाई।

महालक्ष्मी अय्यर को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है। 2000 में 'ए अजनबी' के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर मिला, जो उनके करियर का टर्निंग पॉइंट था। इसके अलावा स्टार स्क्रीन अवॉर्ड, जी सिने अवॉर्ड और आईआईएफए अवॉर्ड जैसे सम्मान उन्हें मिले। दक्षिण में भी तमिलनाडु स्टेट अवॉर्ड और कर्नाटक स्टेट अवॉर्ड उनके नाम हैं।

--आईएएनएस

 

 

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