लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई राजनेताओं ने गुरुवार को शास्त्रीय संगीत गायक पद्म विभूषण छन्नूलाल मिश्र के निधन पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही भारतीय लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने छन्नूलाल मिश्र के निधन को क्षति बताया है।सिंगर ने छन्नूलाल मिश्र के साथ मंच पर बिताए दिनों को भी याद किया है।
आईएएनएस से बातचीत में भारतीय लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा, "पद्म विभूषण छन्नूलाल मिश्र हमारे भारत का गौरव थे। भारतीय संगीत का जो मुख्य तत्व है, उसकी आध्यात्मिकता, जिस तरह उनके भीतर रची बसी थी और उनकी गायकी से निकलती थी...हम सब उसके प्रशंसक थे, हम आज भी उनके प्रशंसक हैं।
मालिनी अवस्थी ने आगे कहा, "जितनी सादगी उनके व्यक्तित्व में थी…जिस तरह से वह मंच पर आते और बैठते थे, वह दर्शकों से सीधा संबंध स्थापित कर लेते थे। छन्नूलाल को सुनने वाले लोग खुद से उनसे जुड़ा महसूस करते थे। आम जन मानस शास्त्रीय संगीत को बहुत जटिल समझता था, लेकिन छन्नूलाल मिश्र ने उसके अंदर रस तत्व शामिल किया, जिससे 16 साल का लड़का भी छन्नूलाल को सुनने लगा।"
छन्नूलाल मिश्र के साथ मंच पर बिताए दिनों को याद कर सिंगर ने कहा, " ख्याल, ठुमकी के बाद उनके भजन हों या रामचरितमानस की चौपाई हों या कजरी हो…वह संपूर्ण भारत की गायक पद्धति को व्यक्त करते थे। उनका जाना सभी के लिए क्षति है, लेकिन मेरा सौभाग्य रहा है कि मेरा उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलना हुआ। कई मंचों पर हमने एक साथ गाया, उनके घर जाकर मिली।
मालिनी ने कहा, मुझे याद है कि बीएचयू में हमने 'कथा परंपरा' पर एक सेमिनार किया था, उस वक्त वह बीमार थे, लेकिन जब मैंने 'कथा परंपरा' पर उद्बोधन करने को कहा तो उन्होंने मना नहीं किया और इतना सुंदर बोला कि आज तक वह स्मृतियों में है। मैं मां भगवती से प्रार्थना करती हूं कि वह उन्हें (छन्नूलाल मिश्र) अपने श्री चरणों में स्थान दें। उनका गायन हमेशा अमर रहेगा।"