मुंबई के 34 अस्पतालों में शुरू हुआ विशेष सफाई अभियान

अस्पताल के कर्मचारियों और नागरिकों को स्वच्छता और अपशिष्ट पृथक्करण के बारे में जागरूक करने पर विशेष जोर दिया गया
मुंबई के 34 अस्पतालों में शुरू हुआ विशेष सफाई अभियान

मुंबई: स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ महानगर के लिए सदैव प्रतिबद्ध मुंबई महानगरपालिका प्रशासन द्वारा सोमवार से मुंबई में विशेष स्वच्छता अभियान- अस्पताल शुरू किया गया है। महानगरपालिका आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी और अतिरिक्त महानगरपालिका आयुक्त (शहर) डॉ. अश्विनी जोशी के नेतृत्व में मनपा के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी अस्पतालों में विशेष स्वच्छता अभियान के पहले दिन सरकारी, मनपा और निजी अस्पतालों सहित कुल 34 अस्पतालों के परिसर में सफाई अभियान चलाया गया। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक दो घंटे की अवधि के दौरान 34 अस्पतालों के परिसरों से 49 मीट्रिक टन मलबा, 43 मीट्रिक टन कचरा और 24 मीट्रिक टन भारी अपशिष्ट एकत्र किया गया और उसका निपटान किया गया। कुल 1,523 कर्मचारियों और श्रमिकों ने 135 संयंत्रों की मदद से यह उपलब्धि हासिल की। इस अभियान में मनपा के कर्मचारी, अस्पताल प्रशासन, गैर सरकारी संगठन, कॉलेज के छात्र, आवास सहकारी समितियां और सामाजिक रूप से सक्रिय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अस्पतालों में कामा और आलबेस अस्पताल, नागपाड़ा पुलिस अस्पताल, मुंबई महानगरपालिका के सायन अस्पताल, राजे एडवर्ड मेमोरियल (के.ई.एम.) अस्पताल, वी. एन.देसाई अस्पताल, एस. के. पाटिल अस्पताल, चोकसी मैटरनिटी अस्पताल, टोपीवाला मैटरनिटी अस्पताल, भाभा अस्पताल (कुर्ला), शताब्दी अस्पताल, दिवालीबेन मेहता अस्पताल, राजावाड़ी अस्पताल, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल (टैगोर नगर), के. सी. एल भंसाली मैटरनिटी हॉस्पिटल, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल, समेत सबुसिद्दीकी अस्पताल (चंदनवाड़ी), सैफी अस्पताल, लाइफ केयर अस्पताल, माहिम मैटरनिटी अस्पताल, नानावटी अस्पताल, एसजेडीसी शामिल हैं। इस सफाई अभियान में अस्पताल और अन्य क्षेत्रों में व्यापक सफाई की गई। अस्पताल के कर्मचारियों और नागरिकों को स्वच्छता और अपशिष्ट पृथक्करण के बारे में जागरूक करने पर विशेष जोर दिया गया। मनपा के उपायुक्त (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन) किरण दिघावकर ने कहा कि विशेष सफाई अभियान के दौरान मुख्य रूप से अस्पताल के आंतरिक परिसर, बाहरी परिसर, आस-पास के फुटपाथ और पार्किंग स्थल की सफाई की जा रही है। ठोस अपशिष्ट के साथ-साथ कूड़ा-कचरा भी एकत्र किया जा रहा है। नियमों के अनुसार, जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के प्रबंधन की जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की होती है। स्वच्छता अभियान के दौरान पेड़ों की कटाई, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, अवांछित सामग्रियों का निपटान, कचरा संग्रहण, पानी का छिड़काव करके सफाई, अनधिकृत पार्किंग स्थलों की सफाई और पार्क किए गए वाहनों के नीचे का कचरा, उगे हुए पेड़ और झाड़ियाँ, अवैध विज्ञापन होर्डिंग्स और अपशिष्ट पदार्थ हटाए गए। 3 मार्च से शुरू हुआ यह अभियान अगले 15 दिनों तक यानी 17 मार्च तक सभी 24 प्रशासनिक प्रभागों में जारी रहेगा। सरकारी और मनपा के अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों और सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।

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