वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद अपने रुख में नरमी दिखा रहे हैं। पहले उन्होंने रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों तक रोक लगा दी। इसके बाद उन्होंने ईरान पर भी नरमी दिखाकर उसके परमाणु ठिकानों पर इजरायल के हमलों पर ब्रेक लगा दिया और अब उन्होंने युद्धग्रस्त यूक्रेन के मुद्दे पर नरमी दिखाई है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ट्रंप ने यूक्रेन के साथ होने वाले मिनरल्स डील में नरमी दिखाकर इस बात पर सहमति दे दी है कि यूक्रेन को दी गई सैन्य मदद ऋण नहीं होगा।
रिपोर्ट्स में बताया गया कि यूक्रेन-यूएस मिनरल्स डील के नवीनतम ड्राफ्ट पर बातचीत जारी है। इसमें ट्रम्प प्रशासन यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता को ऋण के रूप में नहीं मानने पर सहमत हुआ है। हालांकि, उस राशि को बिना ब्याज के चुकाना जरूरी होगा। बहरहाल, न अमेरिका और न ही यूक्रेनी अधिकारियों ने इसकी बात की पुष्टि की है। इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मिनरल्स डील की सराहना कर कहा है कि मामले में अच्छी प्रगति हुई है।
बता दें कि इसके पहले अमेरिका और यूक्रेन के बीच जो मिनरल्स डील पर बात हो रही थी, उसमें ट्रंप ने यूक्रेन की ऊर्जा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर पूर्ण नियंत्रण की बात कही थी और इसके अलावा अब तक की अमेरिकी सहायता के पुनर्भुगतान पर 4 फीसदी ब्याज की मांग कर डाली थी। हालांकि, यूक्रेन ने इन शर्तों का विरोध कर कहा था कि ये शर्तें हिंसक हैं, जो यूक्रेन को अमेरिकी उपनिवेश में तब्दील कर देगा।
मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिका-यूक्रेन खनिज सौदे के नए मसौदे में यूक्रेन को मिलने अमेरिकी सहायता को कर्ज के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। हालांकि, इस चुकाना होगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस सौदे को अंतिम रूप देने में अभी भी कुछ बड़ी बाधाएं बनी हुई हैं क्योंकि पिछले ड्राफ्ट की ही तरह नए मसौदे में भी अमेरिका यूक्रेन को कोई सुरक्षा गांरटी नहीं देना चाह रहा है।