नेपाल में भड़की हिंसा में सीमा सील होने के बाद उठ रहे सवाल, कर्फ्यू भी लगा

नेपाल के बीरगंज शहर में शनिवार को दो समुदायों के बीच अचानक भड़की हिंसा ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया
violence in Nepal

रक्सौल: नेपाल के बीरगंज शहर में शनिवार को दो समुदायों के बीच अचानक भड़की हिंसा ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। इस बीच नेपाल सरकार ने जहां हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में 24 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया वहीं भारत-नेपाल सीमा को भी पूरी तरह से सील कर दिया। इससे रक्सौल-बीरगंज बॉर्डर पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई और अनेक भारत के लोग नेपाल में फंसे रह गए। 

बताया जा रहा है कि हिंसा की घटना तब शुरु हुई जबकि बीरगंज के छपकैया इलाके में एक धार्मिक शोभायात्रा के दौरान पत्थबाजी होने लगी। अचानक छतों से ईंट-पत्थर फेंके गए। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए और भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा में अब तक करीब 50 लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे, राहगीर और पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। नेपाल सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया वहीं भारत-नेपाल सीमा को सील भी कर दिया। इसके बाद नेपाल में फंसे भारतीयों को लेकर चिंता व्यक्त की जाने लगी है। नेपाल सीमा से सटे भारतीय इलाकों में निवास करने वाले लोगों ने अपने परिजनों की सलामती के लिए प्रार्थना भी की है।    

प्रशासन सख्त, कर्फ्यू के आदेश

इससे पहले स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए नेपाल पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया, लेकिन जब हालात नहीं संभले तो प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर दिया। बीरगंज के जिलाधिकारी गणेश अर्याल हालात पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार शांति बहाली की कोशिशों में जुटे हैं।

सीमा सील, रक्सौल के लोग नेपाल में फंसे

सीमा सील होने के चलते रक्सौल के कई व्यापारी और आम नागरिक जो रोज़गार या व्यापार के लिए बीरगंज गए थे, वहीं फंसे रह गए हैं। कई दुकानों के बंद होने और स्थानीय लोगों के छिपे होने की खबरें भी सामने आई हैं।

भारत-नेपाल संबंधों पर असर

इस हिंसा के बाद कुछ लोग घटनाओं के तार कथित तौर पर भारत से जोड़ने की भी कोशिश करते देखे गए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है। ऐसे लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लहराने वाली घटना की भी याद दिलाने का काम किया है। हालांकि फिलहाल दोनों देशों के अधिकारी संयम बरतने और हालात को सामान्य करने के प्रयास में लगे हैं। 

स्थानीय लोगों से अपील

प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। यह घटना भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र की संवेदनशीलता को फिर से रेखांकित करती है और दोनों देशों के लिए चुनौती बनकर सामने आई है।

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