लंदन: अक्सर कहा जाता है कि लंबी उम्र का राज हेल्दी भोजन, तनाव से दूरी और अच्छी नींद में छिपा होता है, लेकिन 101 साल के डॉ. जॉन स्कारफेनबर्ग इस पर आपनी अलग राय रखते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डॉ. जॉन ने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि सौ साल से ज्यादा जीने का असली सीक्रेट कोई डाइट प्लान, रिलैक्सेशन तकनीक या स्ट्रेस कंट्रोल नहीं, बल्कि केवल शरीर को हर रोज एक्टिव रखना है। डॉ. जान का मानना है कि यदि आप सचमुच लंबी उम्र चाहते हैं तो आपको हर दिन अपने शरीर को मेहनत में लगाना होगा। डॉ. जॉन का कहना है कि इसके लिए जिम जाने की भी जरूरत नहीं है। बस जरूरी है कि आप किसी भी तरह से अपने शरीर को लगातार हरकत में रखें, चाहे दौड़ कर, वॉक कर के, जॉगिंग कर के, पुश-अप्स कर के या प्लैंक कर के। उनका संदेश साफ है: शरीर को थकने दीजिए, पसीना बहाइए, यही लंबी उम्र तक जीने का सबसे बड़ा रहस्य है।
डॉ. जॉन के अनुसार एक्सरसाइज के मुकाबले बाकी सभी चीजें नगण्य हैं। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि यदि कोई व्यक्ति मोटा है लेकिन रोज एक्सरसाइज करता है, तो उसकी उम्र उस दुबले इंसान से भी लंबी हो सकती है जो शारीरिक रूप से निष्क्रिय है। यहां तक कि यदि किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल है या वह धूम्रपान भी करता है, तब भी यदि वह नियमित रूप से एक्सरसाइज करता है, तो उसकी उम्र उस व्यक्ति से अधिक हो सकती है जो इन बीमारियों से मुक्त है, लेकिन एक्टिव नहीं है।
डॉ. जॉन ने यह भी जोड़ा कि जीन (आनुवंशिकता) लंबी उम्र में कुछ हद तक भूमिका निभाते हैं, लेकिन अगर इंसान एक्टिव नहीं रहेगा तो अच्छे जीन भी ज्यादा मदद नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि जब आप अपनी उम्र के साथ भी एक्सरसाइज करना जारी रखते हैं, तो ऐसा महसूस होता है कि आप हर दिन अपने जीवन में कुछ अतिरिक्त दिन जोड़ रहे हैं। डॉ. जॉन के मुताबिक, रोजाना थोड़ी मेहनत करना ही असली एंटी-एजिंग फार्मूला है। उनका सीधा संदेश है कि लंबी उम्र का सपना देख रहे हैं तो आज से ही एक्टिव रहना शुरू कर दीजिए, क्योंकि स्थायी स्वास्थ्य का यही एकमात्र तरीका है।