नई दिल्ली: भारत में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच हुई फोन पर हुई चर्चाओं ने इन अटकलों को और तेज कर दिया है कि टेस्ला और स्टारलिंक भारत में अपनी औपचारिक प्रवेश को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि मस्क से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने लिखा, मस्क से बात की और इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हुई बैठक में उठाए गए मुद्दों को हम दोनों ने आगे बढ़ाया। भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
माना जा रहा है कि इसमें टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों के उत्पादन और स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को भारत में शुरू करने को लेकर चर्चा हुई है।
इसके पहले फरवरी में पीएम मोदी और मस्क की वाशिंगटन डीसी में मुलाकात हुई थी। यह बैठक अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मोदी की द्विपक्षीय वार्ता से ठीक पहले हुई थी। उस समय भी दोनों के बीच स्पेस, मोबिलिटी, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन जैसे क्षेत्रों पर चर्चा हुई थी।
दरअसल भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेक्टर को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। टेस्ला की एंट्री से ईवी मार्केट में न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी बल्कि टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होन है। वहीं भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या को सुलझाने के लिए स्टारलिंक की सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा क्रांतिकारी साबित हो सकती है।
बात दें कि केंद्र टेस्ला को भारत में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए विशेष प्रोत्साहन देने पर विचार कर रही है। वहीं, स्टारलिंक को भारत में ऑपरेशनल करने के लिए आवश्यक लाइसेंस प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।