नई दिल्ली: अभी तक सैलरी लेने वाले लोगों के लिए यह फैसला करना आसान नहीं था कि किस रिजीम में जाना बेहतर होगा। मगर इस साल के आम बजट में मोदी सरकार ने जो व्यवस्था दी है, वह ज्यादातर सैलरी वाले लोगों के लिए फायदे का सौदा है। नए टैक्स रिजीम में सरकार ने बड़ी राहत दी है। नए टैक्स रिजीम की सबसे बड़ी खासियत है कम टैक्स दरें। बजट 2025 में पेश किए गए नए नियमों के अनुसार, अगर आपकी सालाना आय 24 लाख रुपये से ज्यादा है तो अधिकतम 30 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं 20 लाख से 24 लाख रुपये के बीच सालाना आय वालों को अधिकतम 25 फीसदी टैक्स लगेगा।
अगर आपकी आय सालान 16 लाख से 20 लाख रुपये के बीच है, तो अधिकत 20 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा। 12 लाख से 16 लाख की आय वालों को अधिकत 15 फीसदी टैक्स चुकाना होगा। 8 लाख से 12 लाख के बीच 10 फीसदी, और 4 लाख से 8 लाख के बीच 5 फीसदी टैक्स लिया जाएगा। 4 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं है। पुराने टैक्स रिजीम की बात करें तो 10 लाख रुपये की आय पार करते ही 30 फीसदी की दर से टैक्स लग जाता था। तो यदि दोनों में टैक्स स्लैब की तुलना करें तो नया रिजीम कहीं बेहतर नजर आता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 भाषण में कहा था, अगर किसी टैक्सपेयर की सालाना आय 12 लाख रुपये है, तो उसे नए सिस्टम में 80,000 रुपये का टैक्स फायदा मिलेगा। 18 लाख आय वालों को 70,000 का लाभ और 25 लाख कमाने वालों को 1,10,000 का फायदा मिलेगा। हालांकि, नए टैक्स रिजीम में ज्यादातर छूट हटा दी गई हैं, लेकिन कुछ अहम रियायतें अब भी बरकरार हैं। जैसे कि, नियोक्ता द्वारा आपके नेशनल पेंशन सिस्टम में किए गए योगदान पर धारा 80सीसीडी (2) के तहत अब 14 फीसदी तक की कटौती मिलती है, जो पहले 10 फीसदी थी।